Description
जब सारी दुनिया पर अनचाहा हिज्र थोप दिया गया, तब ज़ेह्न में आया कि क्यों न इस का सही इस्तेमाल किया जाये, और तब जन्मा हिज्र ओ विसाल का ख़याल। ये ख़याल वैसे तो सदियों पुराना है मगर मुझे लगता है दुनिया ख़त्म होने तक भी ये ख़याल अपने नए-नए ज़ावीए लेकर हमारी ज़िंदगी में एक ख़ूबसूरत तरीन एहसास बनकर दिलों में धड़कता रहेगा।
इस किताब में इश्क़ के रंग में रंगे देश और दुनिया के 51 बेहतरीन शायरों के शे’र हैं जो यक़ीनन सहेजने लायक़ है।







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